Sunday, July 30, 2023

Eye Flu : क्यों इतनी तेजी से फैल रहा कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू, काला चश्मा पहनने से मिलेगा कितना लाभ? जानें सबकुछ

 

Eye Flu : क्यों इतनी तेजी से फैल रहा कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू, काला चश्मा पहनने से मिलेगा कितना लाभ? जानें सबकुछ

कंजक्टिवाइटिस जिसे आमतौर पर आईफ्लू के नाम से जाना जाता है, मौसमी चुनौतियों और मानसून के चलते इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं. अकेले महाराष्ट्र में कंजक्टिवाइटिस के 39,000 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो हाल ही में हुई बारिश के कारण जलभराव हुआ, और रुके हुए पानी में जलजनित बैक्टिरिया और वायरस जो आंखों के संक्रमण की वजह बनते हैं, वो ज्यादा पैदा हो रहे हैं. कंजक्टिवाइटिस के कुछ आम लक्षणों में दोनों या एक आंख का लाल होना या उनमें खुजली होना और आंखों से बहुत ज्यादा पानी बहना शामिल है.



क्या होता है कंजक्टिवाइटिस?
कंजक्टिवाइटिस दो शब्दों कंजक्टाइवा और आइटिस से मिलकर बना है, जहां कंजक्टाइवा यानी आखों की वह पतली झिल्ली जो सफेद भाग को ढंकती है और आइटिस यानी सूजन. कंजक्टिवाइटिस में आंखों का लाल होना और पानी बहना सबसे आम लक्षण है.

कंजक्टिवाइटिस की वजह
कंजक्टिवाइटिस की कुछ आम वजहों में वायरस, बैक्टिरिया, एलर्जी और कुछ केमिकल का आंखों में चला जाना होता है. वर्तमान में जो आंखों का संक्रमण फैल रहा है, इसकी वजह जलजनित वायरस और बैक्टिरिया हैं.

देश के कई हिस्सों में बढ़ रहे मामले
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि राजधानी में हुई बारिश के बाद से आई फ्लू के मामलों में काफी इज़ाफा देखने को मिला है और रोजाना करीब 80-100 मरीज आ रहे हैं . इसी तरह पुणे में एक हफ्ते में 2500 मामले और बुलढाना जिले (महाराष्ट्र) में 6,693 मामले दर्ज किए गए हैं. 

दिल्ली में 31 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का अनुरोध
इस सप्ताह की शुरुआत में, एमसीडी शिक्षकों ने मेयर शैली ओबेरॉय को पत्र लिखकर बच्चों में संक्रामक बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए 31 जुलाई तक स्कूलों को बंद करने का अनुरोध किया था. यह पत्र एमसीडी शिक्षक संघ, शिक्षक न्याय मंच द्वारा लिखा गया था, जिसमें ओबेरॉय से एमसीडी स्कूलों में आंखों के संक्रमण के बड़े पैमाने पर मामलों का संज्ञान लेने के लिए कहा गया था.

क्या काला चश्मा कंजक्टिवाइटिस को रोकता है?
डॉक्टरों के मुताबिक, चश्मा पहनने से जलन को रोकने में मदद मिलती है और आंसू और आंखों में होने वाली चुभन थोड़ी कम हो जाती है, लेकिन इसके पहनने से अगर यह सोचते हैं कि संक्रमण का प्रसार रुक जाएगा तो यह सोच गलत है. चश्मा पहनकर और भीड़-भाड़ वाली जगहों या कार्यालयों में जाने से दूसरों को संक्रमण नहीं होगा यह पूरी तरह से गलतफहमी है.

इतनी तेजी से क्यों फैल रही बीमारी?
विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक चलने वाले मानसून के मौसम ने उमस बहुत बढ़ा दी है जो बैक्टीरिया और वायरस के पनपने के लिए आदर्श माहौल देता है. ऐसे समय में, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग और दूषित वातावरण के संपर्क से रोगाणु एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकते हैं.

क्या करें कंजक्टिवाइटिस के मरीज़?
वायरल कंजक्टिवाइटिस के ज्यादातर मामलों में  आमतौर पर बगैर किसी उपचार के 7 से 14 दिनों में मरीज ठीक हो जाते हैं. हालांकि, मौसमी वायरस से उत्पन्न मामलों में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए  ताकि वह ऐसे संक्रमणों के लिए उपयुक्त दवाएं लिख दें और तकलीफ से बचा जा सके. इसके साथ ही रोगी बुनियादी रोकथाम के तौर पर अपने कपड़े, रुमाल और इर्द गिर्द की जगह को साफ सुथरा रखे, बार-बार हाथ धोए और यह सुनिश्चित करे कि उससे संक्रमण फैले नहीं.



दुनिया भर के स्कूलों में स्मार्ट फोन पर पाबंदी क्यों लगाना चाहता है?

 कोविड-19 महामारी का एक बड़ा साइड इफेक्ट यही रहा है कि उसकी वजह से दुनिया के कई स्कूली बच्चों को स्मार्टफोन का उपयोग करना पड़ा. अब इसकी आदत गंभीर रूप लेने लगी है. कोविड महामारी के दौरान करोड़ों लोगों में स्मार्टफोन की लत बढ़ी और इसलिए अब इसके नुकसान की चर्चाएं भी खूब हो रही हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ की सहयोगी संस्था यूनेस्को की “शिक्षा में तकनीक” पर एक रिपोर्ट में देशों से गुजारिश की है कि वे इस बात का गंभीरता और सावधानी से अवलोकन करें कि तकनीक का स्कूलों में उपयोग कैसे हो रहा है. इसके लिए रिपोर्ट में यहां तक अनुशंसा की गई है कि स्कूलों में स्मार्ट फोन पर प्रतिबंध लगा दिया जाए.

मानव केंद्रित नजरिए की जरूरत
गंभीर चेतावनी देने वाली इस रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया है कि स्कूलों में मानव केंद्रित दृष्टिकोण की जरूरत है जहां डिजिटल तकनीक एक उपकरण के तौर पर काम करे ना कि हावी ही हो जाए. यूएन न्यूज से बात करते हुए यूनेस्को के मानोस एंटोनिनिस ने शिक्षा तकनीक में आंकड़ों के लीक होने भी चेतावनी दी है क्योंकि केवल 16 फीसदी देश ही कानूनी तौर पर क्लासरूम डेटा निजता की गारंटी देती है.

50 करोड़ छात्र वंचित
एंटोनिनिस का कहना है कि बहुत सारे आंकड़े बिना नियामक या नियंत्रण के उपयोग में लाया जाता है, इसलिए उसका उपयोग गैरशिक्षा मकसदों, व्यवसायिक उद्देश्यों के होता है जो कि अधिकारों का हनन है जिसे नियंत्रित किया जाना जरूरी है. रिपोर्ट में डिजिटल लर्निंग के कारण पैदा हो रही असमानताओं को भी रेखांकित किया गया है. महामारी के दौरान 50 करोड़ छात्र केवल ऑनलाइन शिक्षा होने की वजह से पढ़ाई छोड़ गए. इसमें यूरोप और उत्तरी अमेरिका ज्यादा फायदे रहे.







नए मानक स्थापित करने की जरूरत
ऐसे में यूनिस्कों ने देशों से शिक्षा के लिए डिजाइन की जा रही है तकनीक के लिए अपने खुद के मानक स्थापित करने का आग्रह किया है और शिक्षा का इस तरह से उपयोग किया जाए कि उसमें इंसान और शिक्षक की अगुआई में निर्देशन, की जगह कुछ भी ना ले सके. लेकिन यूनेस्को केडायरेक्टर जनरल ऑद्रे एजॉले मानते हैं कि डिजिटल क्रांति में क्षमता तो है, लेकिन शिक्षा में उपयोग के तरीके पर ध्यान देने की जरूरत है.

तकनीकी के उचित उपयोग की जरूरत
टेक्नोलॉजी इन एजूकेशन: अ टूल ऑन हूज टर्म्स? नाम की यह रिपोर्ट ऊरुग्वे में हुए यूनेस्को के एक कार्यक्रम में जारी की गई थी. इसमें तकनीकी के सही उपयोग से निपटने की जररूत पर बल दिया गया. क्योंकि तकनीक का फायदा कई अक्षम छात्रों को हा सकता है. इसमें कई अविश्वसनीय अवसर भी छिपे हुए हैं. एंटीनोनिस कहते हैं कि हमें अपने इतिहास से सबक लेते इस बात का ध्यान रखना होगा कि पुरानी गलतियां दोहराई ना जाएं. बच्चों को तकनीक के साथ और उसके बिना दोनों तरह से, प्रचुर सूचना में क्यों उपयोगी है और किसे नजरअंदाज करना है,  सिखाना होगा.

सभी वर्गों को शिक्षा में शामिल करना
कोविड-19 में तकनीक ने कुछ अवसर तो पैदा किए लिए बहुत सारे ग्रामीण और अलग-थलग किए गए समुदाय सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शिक्षा का अधिकार सार्थक कनेक्टिविटी के अधिकार का पर्यायवाची बना हुआ है. वहीं दुनिया में चार में एक प्राथिमक विद्यालय में बिजली नहीं है ऐसे में दुनिया को स्कूलों के इंटरनेट से जोड़ने के लिए भी लक्ष्य निर्धारित करने होंगे. जिससे वंचित वर्ग को भी शिक्षा के दायरे में कायम रखा जा सके.

तकनीक के विकास का दबाव
इस विषय पर एक बड़ी समस्या यह है कि इस मामले में अधिकांश जानकारी या प्रमाण केवल अमेरिका से मिले हैं. यूनेस्को का कहना है कि तकनीक का विकास शिक्षण तंत्रों पर ढलने के लिए दबाव पैदा कर रहा है, वहीं आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के आने से डिजिटल साक्षरता और क्रिटिकल थिंकिंग का महत्व बढ़ रहा है.

रिपोर्ट बताती है कि अनुकूलन की यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सर्वेकिए गए देशों में 54 फीसद ने ऐसे कौशल के विकास पर जोर दिया है जो भविष्य में काम आएंगे. लेकिन 51 में केवल 11 देशों में ही आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सका है. लेकिन एंटोनिनिस कहते हैं कि यह बात भूलना नहीं चाहिए कि डिजिटल दुनिया में घूमने के लिए किसी खास क्षमता या कौशल की जरूरत नहीं होती है. वहीं तकनीक के शिक्षा में उपयोग के लिए शिक्षकों को भी सही प्रशिक्षण देना होगा. अमूमन उनके प्रशिक्षण कार्यक्रमों में साइबर सिक्योरिटी शामिल नहीं किया जाता है जबकि 5 फीसद रैनसमवेयर हमले शिक्षा पर केंद्रित होते हैं.

Thursday, July 27, 2023

देखिए ! वादा निभाया ₹500 में सिलेंडर दिलाया

 


देखिए ! वादा निभाया
₹500 में सिलेंडर दिलाया
आज हमारी माताएं, बहनें व बेटियां धुएं और घुटन से मुक्ति पाकर आर्थिक सुरक्षा के साथ स्वस्थ जीवन जी रही हैं।
देश के सबसे सस्ते सिलेंडर दिलाने के हमारे संकल्प की पूर्ति केंद्र व अन्य प्रदेशों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।

Wednesday, July 26, 2023

एयरटेल बैंक मै खाता खुलवाए तुरंत चलाये फोन पे ,गूगल पे - खान ई मित्र सेवा केंद्र मोमासर मो .9982794672


 एयरटेल बैंक मै खाता खुलवाए तुरंत चलाये  फोन पे ,गूगल पे 

संपर्क करे - खान ई मित्र सेवा केंद्र मोमासर 

मो. 9982794672

सरकार कल 14वीं किस्त के पैसों को ट्रांसफर करने जा रही है।

 











PM Kisan Status 14th Installment Date: देश में बीते लंबे समय से किसान 14वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त के पैसों को भारत सरकार ने 27 फरवरी, 2023 को ट्रांसफर किया था। वहीं अब 14वीं किस्त के पैसों को ट्रांसफर करने को लेकर भारत सरकार ने बड़ा एलान किया है। भारत सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त को 27 जुलाई, 2023 को ट्रांसफर करने जा रही है। पीएम किसान पोर्टल पर 27 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पैसों को जारी करने को लेकर एलान कर दिया गया है। इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा था कि सरकार 14वीं किस्त के पैसों को जून महीने में ट्रांसफर कर सकती है। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं। सरकार अब 27 जुलाई को 14वीं किस्त के पैसों को ट्रांसफर करने जा रही है। 

Friday, July 21, 2023

मोमासर कॉलेज की मेरिट लिस्ट निकल चुकी है कल आप अपने आवेदन पत्र और डॉक्यूमेंट की फोटो कॉपी कॉलेज में जमा करवाएंबधाई पत्र और वेरीफिकेशन फॉर्म आप ईमित्र से प्राप्त कर सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप ईमित्र संपर्क कर सकते हैं






मोमासर कॉलेज की मेरिट लिस्ट निकल चुकी है
 कल आप अपने आवेदन पत्र और डॉक्यूमेंट की फोटो कॉपी कॉलेज में जमा करवाएं
बधाई पत्र और वेरीफिकेशन फॉर्म आप ईमित्र से प्राप्त कर सकते हैं
 अधिक जानकारी के लिए आप ईमित्र संपर्क कर सकते हैं

एनकाउंटर में एक डकैत की मौत के बाद सर्च अभियान तेज अन्य को ढूंढने का लगातार प्रयास जारी।लूट के बाद दौड़े बदमाशों से पुलिस की हुई मुठभेड़ एक का हुआ था इनकाउंटर।




एनकाउंटर में एक डकैत की मौत के बाद सर्च अभियान तेज अन्य को ढूंढने का लगातार प्रयास जारी।
लूट के बाद दौड़े बदमाशों से पुलिस की हुई मुठभेड़ एक का हुआ था इनकाउंटर।

मोमासर नगरी

श्रीडूंगरगढ़: मोमासर में एक्शन में पुलिस, एनकाउंटर में एक डकैत ढेरकरीब आधा दर्जन ज्वैलरी शॉप में हुई डकैती, कैम्पर में सवार होकर आए डकैत, तिजोरियां भी डाल ले गए पिकअप में, पुलिस का एक्शन, सीकर में डकैतों के साथ मुठभेड़, रतनगढ़ पुलिस के साथ साथ रामगढ़ पुलिस का एक्शन, एक बदमाश की मौत, IG ओमप्रकाश पासवान

श्रीडूंगरगढ़: मोमासर में एक्शन में पुलिस, एनकाउंटर में एक डकैत ढेर

करीब आधा दर्जन ज्वैलरी शॉप में हुई डकैती, कैम्पर में सवार होकर आए डकैत, तिजोरियां भी डाल ले गए पिकअप में, पुलिस का एक्शन, सीकर में डकैतों के साथ मुठभेड़, रतनगढ़ पुलिस के साथ साथ रामगढ़ पुलिस का एक्शन, एक बदमाश की मौत, IG ओमप्रकाश पासवान


Thursday, July 20, 2023

सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत न्यूनतम 1000 रुपये पेंशन दी जा रही है

 सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत न्यूनतम 1000 रुपये पेंशन दी जा रही है



राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के पात्र जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत न्यूनतम 1000 रुपये पेंशन दी जा रही है। इसका लाभ पाने के लिए पात्र व्यक्ति अपने नजदीकी ई—मित्र कियोस्क से आवेदन कर सकते हैं।

इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना

                                           इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना 


राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की महिलाओं को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके लिए उन्हें उद्यम स्थापना के लिए इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत ऋण दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ पाने के लिए महिलाएं ई-मित्र कियोस्क से आवेदन कर सकती हैं।


सीमा ने ATS के सामने उगले राज

 


पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर ने पूछताछ में कई चौंकावे वाले खुलासे किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सचिन मीणा पहला भारतीय युवक नहीं है, जिससे सीमा ने पबजी के जरिए मुलाकात की थी। इससे पहले भी वह हिंदुस्तान के कुछ युवकों के संपर्क में थी। जिनके संपर्क में सीमा थी, वो अधिकतर दिल्ली एनसीआर के थे। 

पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और उसके प्रेमी सचिन मीणा से यूपी एटीएस की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। सोमवार को भी सीमा, सचिन और सचिन के पिता से यूपी एटीएस की टीम ने करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी। देर रात यूपी एटीएस की टीम सीमा हैदर और सचिन के पिता को घर छोड़ गई। 
हालांकि सचिन मीणा को सोमवार से ही एटीएस ने हिरासत में ले रखा है और पूछताछ कर रही है। टीम छह साल से कम आयु की दो बच्चियों को भी मां के साथ ले गई है। रात में महिला को हिरासत में नहीं रखने के नियम की वजह से यूपी एटीएस की टीम सीमा को वापस घर लेकर लौटी थी। 

पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर ने पूछताछ में कई चौंकावे वाले खुलासे किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सचिन मीणा पहला भारतीय युवक नहीं है, जिससे सीमा ने पबजी के जरिए मुलाकात की थी। इससे पहले भी वह हिंदुस्तान के कुछ युवकों के संपर्क में थी। जिनके संपर्क में सीमा थी, वो अधिकतर दिल्ली एनसीआर के थे। 

सूत्रों का कहना है कि सीमा हैदर एटीएस के हर सवाल का जवाब सचिन से प्यार को जोड़कर दे रही है, लेकिन बरामद आधार कार्ड, चैट डिलीट और पाकिस्तान का मोबाइल तोड़ने आदि के सवाल में वह उलझ रही है। अधिकारी सीमा के जवाब से संतुष्ट नहीं है। सवालों के संबंध में गहनता से पूछताछ चल रही है।
 

इससे पहले, सीमा हैदर को सचिन मीणा के घर से आज भी पीछे के रास्ते से ले जाया गया था। सीमा हैदर को ले जाने के बाद सचिन की गली में लोगों और मीडिया कर्मी की भीड़ जमा हुई थी, लेकिन धीरे-धीरे लोग कम हो गए। अब रबूपुरा कस्बे के लोग टीवी और सोशल मीडिया के जरिए अपडेट जुटाने में जुटे हैं। एटीएस की पूछताछ के दौरान इस संबंध में खुलकर बात करने से थोड़ा परहेज कर रहे हैं।

 

पबजी पार्टनर सचिन के प्यार में नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से रबूपुरा आई सीमा हैदर पर जासूसी का शक जाहिर किया जा रहा है। एटीएस भी इसी आशंका से सीमा हैदर, सचिन और उसके पिता नेत्रपाल से पूछताछ कर रही है। 
 

अमर उजाला ने किया था खुलासा...ये है पूरा मामला
पाकिस्तान से आई सीमा हैदर की तलाश में पुलिस के जुटने पर अमर उजाला ने दो जुलाई को समाचार प्रकाशित कर खुलासा किया था। चार जुलाई को पुलिस टीम ने सीमा हैदर, सचिन और नेत्रपाल को गिरफ्तार कर प्रेसवार्ता की। डीसीपी साद मियां खान ने जानकारी दी थी कि पाकिस्तान के कराची में रहने वाली सीमा हैदर से सचिन की दोस्ती पबजी पर गेम खेलने के दौरान हुई। 
 

इसके बाद सीमा सचिन से मिलने मार्च में नेपाल आई। यहां सचिन और सीमा सात दिन रहे। नेपाल के ही पशुपतिनाथ मंदिर में दोनों ने शादी करने का दावा किया। 10 मई को सीमा फिर से पाकिस्तान से चार बच्चों को लेकर रवाना हुई थी। सीमा शारजहां से नेपाल और फिर काठमांडू के पोखरा से बस से भारत में प्रवेश कर गई। 

इसके बाद यमुना एक्स्प्रेसवे पर फलैदा कट पर उतरी। यहां से रबूपुरा का रहने वाले सचिन मीणा उसे पहले से ही किराये पर लिए गए रबूपुरा के आंबेडकर नगर स्थित घर में ले गया। सीमा हैदर यहां अपने बच्चों के साथ लगभग 50 दिन तक रही। पुलिस ने सीमा को जेल भेजा, न्यायालय से जमानत मिलने के बाद सीमा सचिन के घर पर रह रही थी।

नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी सीमा
पाकिस्तान के कराची निवासी सीमा हैदर और रबूपुरा के सचिन मीणा के बीच पबजी गेम खेलने के दौरान जान-पहचान हुई थी। वीडियो कॉलिंग के जरिये नजदीकियां बढ़ने के बाद सीमा 13 मई नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी। 

चार बच्चों संग रबूपुरा पहुंची सीमा आंबेडकर नगर में किराये पर मकान लेकर सचिन के साथ रहने लगी। मामले की भनक पुलिस को लगते ही सीमा चार बच्चों और सचिन के साथ फरार हो गई। पुलिस टीम ने सभी को हरियाणा के बल्लभगढ़ से पकड़ा था। 


 

सचिन, उसके पिता नेत्रपाल और सीमा को गिरफ्तार कर बीते मंगलवार को न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय के आदेश पर तीनों को जेल भेजा गया था। न्यायालय ने बच्चों की आयु कम होने के कारण उनकी मां सीमा के साथ जेल भेजा था। सीमा हैदर और सचिन की जमानत याचिका पर सुनवाई कर वकील उनके प्यार, चार बच्चों और सीमा की सुरक्षा का हवाला दिया। इसके बाद न्यायालय ने दोनों को जमानत दे दी थी।

सीमा हैदर को पाकिस्तान नहीं भेजा तो करेंगे आंदोलन
गोरक्षा हिंदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर का कहना है कि सीमा हैदर की गतिविधियां बता रहीं हैं कि वह जासूसी करने देश में आई है। इतनी अच्छी हिंदी, अंग्रेजी पांचवीं पास महिला नहीं बोल सकती। उसके भाई पाकिस्तान आर्मी में है। उसका देश में रहना खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि बुधवार तक सीमा को पाकिस्तान नहीं भेजा गया तो वह बृहस्पतिवार से आंदोलन करेंगे।

 

हिंदू युवा वाहिनी ने की सीमा हैदर को नागरिकता नहीं देने की मांग
हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष चैनपाल प्रधान ने सोमवार को देश के गृहमंत्री अमित शाह व प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से पाकिस्तान से आई सीमा हैदर को भारत की नागरिकता नहीं देने की मांग की है। उनका कहना है कि पाकिस्तान ने सीमा हैदर को एक सोची समझी साजिश के तहत भारत में भेजा है। यदि सरकार की ओर से इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो हिंदु युवा वाहिनी के पदाधिकारी सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए विवश होंगे।

Wednesday, July 19, 2023

भाजपा मोमासर मंडल द्वारा काली पट्टी बाँध कर महिला अत्याचार, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार, किसानों की कर्ज माफी, पेपर लीक सहित कई मुद्दो पर नारे लगाकर मौजूदा गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध जताया

 भाजपा राजस्थान द्वारा पूरे प्रदेश में चलाये जा रहे नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत भाजपा मोमासर मंडल द्वारा काली पट्टी बाँध कर महिला अत्याचार, दलित अत्याचार, भ्रष्टाचार, किसानों की कर्ज माफी, पेपर लीक सहित कई मुद्दो पर नारे लगाकर मौजूदा गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध जताया।

इस दौरान पूर्व जिला परिषद सदस्य सुभाष कमलिया, पूर्व सरपंच जेठा राम भामू, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष बजरंग प्रजापत, अशोक सांखोलिया, भवरलाल गोदारा, रणजीत भामू, हरिराम सारण सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
All reactions:
Mustak Maniyar and 1 other