अब ट्रेन की तरह पता लगा सकेंगे यूपी रोडवेज बस की लोकेशन, 6000 बसों को जल्द किया जाएगा हाईटेक
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है. कंपनी नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) एप की तर्ज पर एक एप भी डेवलप करेगी जिससे यात्री अपने मोबिल एम्ब डाउनलोड कर यात्री बसों की लोकेशन जान सकेंगे. इसके अलावा परिवहन मुख्यालय पर कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां से बसों की ट्रैकिंग की जाएगी.
हाइलाइट्स
रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी
इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है. कंपनी नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) एप की तर्ज पर एक एप भी डेवलप करेगी जिससे यात्री अपने मोबिल एम्ब डाउनलोड कर यात्री बसों की लोकेशन जान सकेंगे. इसके अलावा परिवहन मुख्यालय पर कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां से बसों की ट्रैकिंग की जाएगी.
रोडवायस बसों को हाईटेक बनाने की प्रक्रिया निर्भया योजना के तहत की जा रही है. जल्द ही 6000 बसों में व्हीकल लोकेशन डिवाइस के साथ ही पैनिक बटन भी लगाया जाएगा. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि बसों में लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगने की वजह से हादसों को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी. प्रत्येक बस में कुल 10 पैनिक बटन लगाए जाएंगे. पैनिक बटन दबते ही इसकी जानकारी कमांड सेंटर और नजदीकी पुलिस स्टेशन को लग जाएगी, जिससे तुरंत सहायता मुहैया करवाई जा सकेगी.
परिवहन मंत्री ने बताया कि वहीं, निर्भया योजना के तहत रोडवेज के 100 मुख्य बस स्टेशनों पर एलईडी डिस्प्ले पैनल और अनाउंसमेंट सिस्टम भी लगाए जाएंगे. आने-जाने वाली बसों की जानकारी डिस्प्ले स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाएंगी. उन्होंने बताया कि 20 क्षेत्रों में रीजनल मॉनिटरिंग सिस्टम की भी व्यवस्था होगी, जिससे बसों की निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि इससे जहां बस सेवा हाईटेक होगी तो वहीं सुरक्षा के दृष्टि से भी काफी अहम साबित होगी.