#जय रामसा पीर की
MOMASAR
Thursday, September 21, 2023
#जय रामसा पीर की बाबारामदेव जी का मेला #मोमासर2023 गांव मोमासर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा रामदेव जी का दो दिवसीय भव्य मेले का आयोजन रखा गया है दिनांक 24,25, सितंबर को आगंतुक भक्तों का बाबा के दरबार में मोमासर वासियों द्वारा स्वागत है आप पास के ग्रामवासियों से सादर निवेदन है बाबा रामदेव जी मेला एवं जागरण में पधारने की कृपा करें।
Thursday, September 14, 2023
Saturday, September 2, 2023
मोमासर गाँव के मुस्लिम ने समाज सेवी मनफुल जी गोदारा का भी आभार प्रकट किया
आज ग्राम पंचायत मोमासर के समाज सेवी मनफूल गोदारा गांव के मुस्लिम समाज की दरगाह की चार दिवारी निर्माण की मांग लेकर प्रधान प्रतिनिधि केशरराम गोदारा के पास पहुंचे मुस्लिम समाज के लोग प्रतिनिधि श्री केशरराम जी गोदारा ने मौके पर ही चारदीवारी निर्माण ओर एक कमरा की स्वीकृति तुरंत ही करवा कर कार्य जल्द ही चालू करने को कहा गया मुस्लिम समाज के याकूब लखारा, मुमताज तेली, बाबूलाल तेली ,उस्मान तेली, शमसुद्दीन तेली ,सुख खातेली, रमजान तेली, इलियास तेली, हनीफ तेली ,इकबाल तेली, मंगतू तेली, अनवर तेली, इस्लाम खान, लखारा शौकत खान, इन्होंने प्रधान प्रतिनिधि का आभार व्यक्त किया साथ में समाज सेवी मनफुल जी गोदारा का भी आभार प्रकट किया
Saturday, August 19, 2023
जन आधार में 4 शेर, 6 भालू परिवार का हिस्सा:पेंशन के लिए 15 फर्जी PPO भी जोड़े; मुखिया की फोटो की जगह गुलाब का फूल
जन आधार में 4 शेर, 6 भालू परिवार का हिस्सा:पेंशन के लिए 15 फर्जी PPO भी जोड़े; मुखिया की फोटो की जगह गुलाब का फूल
झुंझुनूं जिले में जन आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। एक ही कार्ड में 16 फर्जी नाम जोड़ दिए गए हैं। जोडे़ गए नामों में इंसानों के साथ-साथ जानवरों के नाम भी हैं। इसके अलावा फोटो में भालू, शेर, फूल आदि की फोटो अपलोड की गई है।
मामला जिले की मलसीसर तहसील के आनंदपुरा गांव का है।
आनंदपुरा गांव निवासी की कल्पना (45) पत्नी सुरेंद्र कुमार ने 18 अगस्त शुक्रवार को को जिला कलेक्टर के नाम प्रार्थना पत्र देकर उसके जन आधार कार्ड में करेक्शन की गुहार लगाई है। कल्पना के परिवार में 4 लोग हैं। खुद कल्पना, पति सुरेंद्र, बेटा अक्षय और बेटी अंकिता।
4 सदस्यों का परिवार, 16 फर्जी नाम, फोटो में गुलाब, शेर, भालू
लेकिन उसके जन आधार में 16 अतिरिक्त नाम जोड़ दिए गए हैं। बड़ी बात ये है कि एक सदस्य का नाम भालू लिखा है। फोटो जिसके फोटो में जंगल का भालू दिखा दिया गया है। इसके अलावा इन फर्जी नामों की फोटो के रूप में शेर, भालू और गुलाब के फूल दर्शाए गए हैं।
कल्पना का कहना है कि उसे इन अतिरिक्त नामों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। न ही उसका या उसके परिवार का इन नामों से कोई सरोकार है। कल्पना ने अपने प्रार्थना पत्र में लिखा कि यह फर्जीवाड़ा होने से उसे और उसके परिवार को जन आधार के लाभ भी नहीं मिल रहे हैं।
उसने जन आधार में गलत विवरण दर्ज करने पर आपत्ति जताई है और इस मामले की जांच की मांग की है।
फर्जीवाड़े की हद यह है कि कल्पना के खाते में जो 16 फर्जी नाम जोड़ दिए गए हैं उनमें भालू समेत 15 लोगों के पीपीओ नंबर भी जारी कर दिए गए हैं, ताकि इन सभी लोगों की पेंशन शुरू हो सके।
सरकारी स्कीम में पेंशन पाने के लिए जन आधार में सदस्यों के पीपीओ नंबर जोड़े जाते हैं। कल्पना के जन आधार में जोड़े गए 15 पीपीओ नंबर्स में से 14 के डेटा उदयपुर जिले के कोटरा गांव से उठाए गए हैं जबकि एक प्रतापगढ़ के धरियावद से लिया गया है। दो-तीन मेंबर का तो सत्यापन तक 8 अगस्त के बाद हो चुका है।
फर्जीवाड़े की हद, कल्पना को बनाया कल्पना का बेटा
फर्जीवाड़े की हद ये है कि कल्पना को कल्पना का बेटा बना दिया गया है, इसके अलावा भगवती देवी, मोहरी देवी, सुरेश चंद्र, मोहरी देवी, अमर सिंह, विमला, कल्पना अंकिता, कल्पना अक्षय जैसे नामों को परिवार का सदस्य दिखाकर खातीपुरा, आधार, कमल, हंसराज, भालू, सक आदि को भाई बना दिया गया है, इसके अलावा रशीम, किट्टू, रामजीलाल, कृष्ण को बहन बना दिया गया है।
एक महिला के नाम के साथ गुलाब की फोटो लगाकर एक फर्जी नाम जोड़ दिया गया है।
एक जन आधार कार्ड में 15 से ज्यादा फर्जी आधार नंबर जोड़े गए हैं। यह सिर्फ एक जन आधार का मामला है। ऐसे न जाने कितने फर्जी कार्ड बनाकर कितने लोगों को पेंशन के लिए पात्र बना दिया गया है, सरकार की कई स्कीम्स का फायदा उठाने के लिए इस तरह का गोल-माल किए जाने का अंदेशा है।
बड़ा सवाल- बिना जांचे कैसे जारी कर दिया जन आधार
सबसे बड़ा सवाल यह है कि संबंधित अधिकारियों ने बिना जांच किए ही फूल के फोटो वाले जन आधार कार्ड को जारी कैसे कर दिया। जन आधार कार्ड में नाम जोड़ने या फिर करेक्शन होने के बाद तीन स्तर की जांच की जाती है।
इस जांच में जानकारी सही पाए जाने के के बाद ही कार्ड लाभार्थी को जारी किया जाता है। लेकिन तीनों ही स्तर पर बिना चेक किए जन आधार कार्ड जारी कर दिया गया। ये सभी फर्जी नाम 8 अगस्त 2023 को जोड़े गए हैं।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद इसे रद्द कर दिया गया है। अधिकारी जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं।
ऐसे खुला फर्जीवाड़ा
दरअसल, झुंझुनूं के हरिपुरा गांव के पटवारी ने फसल के मुआवजे को लेकर आनंदपुरा गांव की कल्पना को फोन किया था। कल्पना किसान परिवार से आती है। जन आधार में परिवार की मुखिया होने के नाते फसल मुआवजे के लिए उसे दस्तावेज लेकर बुलाया गया था।
कल्पना और उसका परिवार दस्तावेज लेकर ग्राम पंचायत हरिपुरा पहुंचा तो ग्राम सेवक ने दस्तावेज को चेक किया। इस दौरान जन आधार कार्ड में 4 के स्थान पर 20 सदस्य मिले। इनमें 16 नाम फर्जी थे। ग्राम सेवक ने प्रथम स्तरीय जांच पर ही कार्ड को निरस्त कर दिया। अगर पटवारी मुआवजे के कागज नहीं मंगवाए होते तो मामला सामने नहीं आता।
अधिकारी बोले- नागरिक की SSO आईडी से नाम जोड़े, जांच करेंगे
जिला सूचना एवं प्रोद्यौगिकी विभाग, झुंझनूं के संयुक्त निदेशक घनश्याम गोयल ने कहा- ये मामला आज ही मेरे संज्ञान में आया है। कल्पना नाम की महिला मुखिया के जन आधार कार्ड में नागरिक की एसएसओ आईडी से कुछ मेंबर्स को जोड़ने की गलत कोशिश की गई है।
यह किस एसएसओ आईडी से किया गया है इसकी जांच के लिए मामला जयपुर भेजा गया है। जल्द ही यह पता चल जाएगा कि किस एसएसओ आईडी से यह फर्जीवाड़ा किया गया है। यह आईपीसी की धारा 420 का मामला बनता है। जो भी प्रावधान है उनके अनुसार कार्रवाई करेंगे।
फिलहाल, पीपीओ नंबर किस मकसद से जोड़े गए, किसने जोड़े, इनके आधार नंबर कहां से हासिल हुए, जोडे़ गए सदस्य जिंदा हैं या मृत लोग हैं, जन आधार में नाम जोड़ने का प्रोसेस क्या रहा यह सब जांच का विषय है। पहली नजर में मामला बड़े स्तर के फर्जीवाड़े का लग रहा है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक ने जांच के लिए मामला जयपुर भेज दिया है।
Chandrayaan-3: क्या है Last Minutes of Terror, जिस पर टिका चंद्रयान-3 का भविष्य, ISRO की भी बढ़ी धड़कन
Chandrayaan-3: क्या है Last Minutes of Terror, जिस पर टिका चंद्रयान-3 का भविष्य, ISRO की भी बढ़ी धड़कन
सरो के मिशन मून के लिए आखिर के कुछ मिनट काफी अहम माने जा रहे हैं. वैज्ञानिक इसे 'लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर' (Last Minutes of Terror) की संज्ञा दे रहे हैं, जो चंद्रयान-3 का भविष्य तय करेगा. इसरो का पिछला मून मिशन यानी चंद्रयान-2 भी इसी लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर का शिकार हुआ था और जापानी प्राइवेट कंपनी का HAKUTO-R भी चांद की सतह पर जाकर अंतिम पलों में असफल हो गया. तो आइए जानते हैं क्या है ये 'Last Minutes of Terror'...
हालांकि इसरो के मिशन मून के लिए आखिर के कुछ मिनट काफी अहम माने जा रहे हैं. वैज्ञानिक इसे ‘चिंता के आखिरी क्षण’ (Last Minutes of Terror) की संज्ञा दे रहे हैं, जो चंद्रयान-3 का भविष्य तय करेगा. इसरो का पिछला मून मिशन यानी चंद्रयान-2 भी इसी लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर का शिकार हुआ था और जापानी प्राइवेट कंपनी का HAKUTO-R भी चांद की सतह पर जाकर अंतिम पलों में असफल हो गया. तो आइए जानते हैं क्या है ये ‘Last Minutes of Terror’…
क्यों अहम हैं ये आखिरी क्षण?
हर स्पेस मिशन के अंतिम क्षणों को ‘लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर’ कहा जाता है, जब लैंडिंग रोवर उस ग्रह की सतह पर लैंड करता है. इसी समय चंद्रयान-3 का मून लैंडर लूनर ऑर्बिट से निकलकर चांद की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा. इस दौरान लैंडर स्वायत्त रूप से यानी खुद से ही काम करता है और उसे ग्राउंड स्टेशन से कोई सीधा कमांड नहीं दिया जा सकता.
नेहरू तारामंडल की प्रोग्राम मैनेजर प्रेरणा चंद्रा ने बताया कि चंद्रयान-2 के समय भी हम कुछ क्षणों से चूक गए थे और सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाए थे. ऐसे मिशन में अंतिम पल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. अभी चंद्रयान-3 की चांद से दूरी करीब 100 किलोमीटर है और आज रात की डीबूस्टिंग के बाद हम करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच जाएंगे.
धीरे-धीरे घटाई जा रही चंद्रयान की रफ्तार
प्रेरणा चंद्रा ने बताया, ‘अभी चंद्रयान 10 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है. डीबूस्टिंग के जरिये इसकी स्पीड कम की जाएगी और लैंडिंग के समय इस स्पीड को घटाकर 1.68 किमी प्रति सेकंड तक किया जाएगा और यही समय लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर कहा जाता है.
वह बताती हैं कि इस दौरान ISRO भी मून लैंडर को डायरेक्ट कमांड नहीं दे पाएगा. लैंडिंग होने के बाद रोवर अपने आप विक्रम लैंडर से बाहर निकलेगा और चांद की सतह पर जानकारी जुटाएगा. ऐसे में लास्ट मिनट्स ऑफ टेरर ही पूरे मिशन के भविष्य को तय करता है.
Monday, August 7, 2023
बदल गया राजस्थान का भूगोल: 19 नए जिले और 3 संभाग आए अस्तित्व में आए, पढ़ें पूरी अपडेट
बदल गया राजस्थान का भूगोल: 19 नए जिले और 3 संभाग आए अस्तित्व में आए, पढ़ें पूरी अपडेट
राजस्थान का भूगोल अब बदल गया है. आज से राजस्थान में 33 नहीं बल्कि 50 जिले हो गए हैं. वहीं अब राजस्थान में संभागों की संख्या भी सात से बढ़कर दस हो गई है. सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को राजस्थान के नवगठित 19 नए जिलों और तीन संभागों का विधिवत उद्घाटन कर दिया है.
जयपुर. आज से राजस्थान का भूगोल बदल गया है. अब राजस्थान 50 जिलों और दस संभागों वाला राज्य बन गया है. सीएम अशोक गहलोत ने आज 19 नए जिलों और 3 संभागों का विधिवत उद्घाटन कर दिया है. इससे पहले 5 अगस्त को इनके गठन की अधिसूचना जारी की गई थी. सीएम अशोक गहलोत ने पिछले दिनों राजस्थान में 19 नए जिलों और 3 संभागों की घोषणा की थी. सीएम की इस घोषणा के बाद जो कस्बे जिले में बन गए वहां खुशियों का माहौल था. वहीं लंबे समय से जिन कस्बों को जिला बनाए जाने की मांग चल रही थी उनका जिले बनने में नंबर नहीं आने से आक्रोश व्याप्त हो गया था.
नए जिलों और संभागों के गठन के बाद इस मसले पर जमकर रार हुई थी. धरने प्रदर्शन और हाईवे जाम किए गए थे. जयपुर शहर को भी दो भागों में बांट दिया गया था. इस पर बाद में बवाल हो गया था. उसके बाद जयपुर शहर को एक ही जिला रखा गया है. जिलों को लेकर मचे गदर को देखते हुए पहले संभावना जताई जा रही थी कि सीएम कुछ नए जिलों की और घोषणा कर सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आज नए जिलों और संभागों के उद्घाटन के बाद अब राजस्थान में कुल 50 जिले हो गए हैं. वहीं संभागों की संख्या भी बढ़कर दस हो गई है. सीएम अशोक गहलोत ने इसे ऐतिहासिक कदम करार दिया है.
इन संभागों को तोड़कर बनाए गए हैं नए संभाग
इसके तहत जयपुर संभाग और बीकानेर संभाग को तोड़कर सीकर संभाग नया बनाया गया है. वहीं जोधपुर संभाग को तोड़कर पाली को नया संभाग बनाया गया है. जबकि उदयपुर संभाग को तोड़कर नया बांसवाड़ा संभाग बनाया गया है. सीएम गहलोत ने इन संभागों के साथ 19 नए जिलों का आज जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में विधिवत उदघाटन किया. समारोह में मंत्री रामलाल जाट, लालचंद कटारिया, प्रताप सिंह और मुख्य सचिव उषा शर्मा समेत कई जनप्रतिनिधि तथा उच्चाधिकारी शामिल हुए. इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन पूजन किया गया.
इन नए संभागों और जिलों का हुआ है गठन
तीन नए संभागों में सीकर, पाली और बांसवाड़ा शामिल हैं. वहीं नए जिलों में नीमकाथाना, सांचौर, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल, अनूपगढ़, ब्यावर, केकड़ी, डीडवाना-कुचामन, शाहपुरा, डीग, गंगापुरसिटी, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, बालोतरा और सलूंबर शामिल. इनमें दूदू अब राजस्थान का सबसे छोटा जिला होगा.
यह हुआ संभागवार जिलों का बंटवारा
सीकर संभाग- सीकर, झुंझुनूं, नीमकाथाना और चूरू
पाली संभाग- पाली, जालौर, सांचौर और सिरोही
बांसवाड़ा संभाग- बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़
जयपुर संभाग- जयपुर, जयपुर ग्रामीण, दूदू, कोटपूतली, बहरोड़, दौसा, खैरथल और अलवर
बीकानेर संभाग- बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़
अजमेर संभाग- अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, नागौर, डीडवाना-कुचामन और शाहपुरा
भरतपुर संभाग- भरतपुर, धौलपुर, करौली, डीग, गंगापुरसिटी और सवाईमाधोपुर
कोटा संभाग- कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़
जोधपुर संभाग- जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर और बालोतरा
उदयपुर संभाग- उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद और सलूंबर
Thursday, August 3, 2023
राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2023 राजस्थान फ्री मोबाइल 10 अगस्त 2023 से मिलना शुरू होंगे और यह डाक्यूमेंट्स लेकर जाने हैं
राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2023 राजस्थान फ्री मोबाइल 10 अगस्त 2023 से मिलना शुरू होंगे और यह डाक्यूमेंट्स लेकर जाने हैं
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2023 राजस्थान फ्री मोबाइल 10 अगस्त 2023 से मिलना शुरू होंगे और यह डाक्यूमेंट्स लेकर जाने हैं: Mukhyamantri Free Mobile Yojana 2023, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Kab Milega, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Kaise Apply Kare, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Kaise Milega, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 List me Name Kaise Check Kare, Indira Gandhi Free Smartphone Yojana 2023 राजस्थान महिलाओं को फ्री मोबाइल कब मिलेगा। राजस्थान में महिलाओं को फ्री मोबाइल फोन कब से दिया जाएगा। राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2023 की संपूर्ण जानकारी हम यहां उपलब्ध करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना के तहत राजस्थान की 1.35 करोड़ चिरंजीवी परिवार की महिला मुखिया को फ्री स्मार्टफोन दिए जाएंगे। राजस्थान सरकार द्वारा 10 अगस्त 2023 से फ्री मोबाइल योजना वितरण का शुभारंभ किया जाएगा। Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 इस स्मार्टफोन में महिलाओं को 3 साल तक फ्री इंटरनेट डेटा, कॉलिंग और मैसेज की सुविधा दी जाएगी। चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया 3 साल तक स्मार्टफोन फ्री यूज कर सकती हैं। राजस्थान की 1.35 करोड़ महिलाओं को मुफ्त मोबाइल योजना 10 अगस्त 2023 से शुरू करने की तैयारी है। महिलाओं को लगभग 9500 रुपए की कीमत वाला मोबाइल दिया जाएगा। मोबाइल के साथ 3 साल तक हर महीने 5 जीबी डेटा, लोकल और एसटीडी कॉलिंग की सुविधा असीमित फ्री एवं मोबाइल सिम भी फ्री दी जाएगी। Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 राजस्थान की प्रत्येक ग्राम पंचायत में कैंप लगाकर 10 अगस्त 2023 से फोन बांटे जाएंगे। पहले चरण में 40 लाख फोन दिए जाएंगे। राजस्थान में पहले चरण में चिरंजीवी परिवारों की 10वीं और 12वीं की छात्राओं और विधवा महिलाओं को यह स्मार्टफोन दिए जाएंगे।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Kab Milega
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 कब मिलेगा, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 किसे मिलेगा, Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें के बारे में संपूर्ण जानकारी नीचे दी गई है. Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Online Apply Application form date, Indira Gandhi Free Smartphone Yojana 2023 date राजस्थान की चिरंजीवी परिवारों की 1.35 करोड़ महिला मुखिया को फ्री स्मार्ट फोन का वितरण किया जाएगा। राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष की ओर से उठाए गए सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला ने बताया है। कि कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने और पात्र परिवारों को घर बैठे सरकार की सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिए 1.35 करोड़ चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखियाओं को स्मार्टफोन दिए जाएंगे। परियोजना के तहत मोबाइल एप्लीकेशन स्मार्ट फोन में इंस्टॉल की जाएगी। इस वर्ष 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन देने की शुरुआत 10 अगस्त 2023 से हो जाएगी।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Kya Hai
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा अपने बजट भाषण में मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना की घोषणा की थी। जिसके तहत राजस्थान की 1.35 करोड़ महिला मुखिया को फ्री में स्मार्टफोन दिए जाएंगे। जिससे कि उन्हें राजस्थान में चल रही सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सके। और महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकें। इस योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाले स्मार्टफोन में 3 साल तक फ्री इंटरनेट डाटा और कॉलिंग की सुविधा दी जाएगी। स्मार्टफोन में विभिन्न योजनाओं के मोबाइल ऐप डाउनलोड करके दिए जाएंगे। जिससे कि महिलाओं को राजस्थान में चल रही सभी योजनाओं की जानकारी समय से मिलती रहे। इस योजना का लाभ केवल चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया को ही मिलेगा।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 के लिए पात्रता
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 के लिए पात्रता क्या है। राजस्थान फ्री मोबाइल लेने के लिए योग्यता क्या रखी गई है। इसके बारे में हम यह जानकारी दे रहे हैं। की राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2023 का लाभ किसे दिया जाएगा।
- सरकारी विद्यालयों में 9वीं से 12वीं कक्षा में अध्यनरत छात्राएं।
- सरकारी उच्च शिक्षण संस्थान (महाविद्यालय, आईटीआई, पॉलिटेक्निक) में अध्यनरत छात्राएं।
- विधवा/ एकल नारी पेंशन प्राप्त कर रही महिलाएं।
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी तहत 100 दिवस वर्ष (2022-2023) पूर्ण करने वाले परिवार की महिला मुखिया।
- इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी तहत 50 दिवस वर्ष (2022-2023) पूर्ण करने वाले परिवार की महिला मुखिया।
- आवेदक राजस्थान की मूल निवासी महिला होनी चाहिए।
- चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया।
लाभार्थी की सूची DoIT&C द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है। विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई गई सूची में किसी पात्र लाभार्थी का नाम नहीं होने की स्थिति में राजस्थान संपर्क 181 पर उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाए।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Required Documents
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स इस प्रकार है।
विद्यालय, महाविद्यालय, पॉलिटेक्निक, आईटीआई के छात्राओं के लिए दस्तावेज:
- जिन छात्राओं की उम्र 18 वर्ष से कम है उनके साथ परिवार के चिरंजीवी परिवार के मुखिया का आधार कार्ड एवं स्वयं चिरंजीवी परिवार मुखिया का उपस्थित होना अनिवार्य है।
- 9वीं से 12वीं में अध्ययनरत छात्राओं के विद्यालय का एवं महाविद्यालय, आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं के आईडी कार्ड एवं एनरोलमेंट नंबर का कार्ड।
- पैन कार्ड (यदि हो तो)
- लाभार्थी का आधार कार्ड ईकेवाईसी के लिए।
एकल या विधवा नारी के लिए आवश्यक दस्तावेज।
- एकल विधवा पेंशन प्राप्त कर रही महिला के पेंशन का पीपीओ नंबर जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह एकल विधवा है एवं पेंशन प्राप्त कर रही है।
- पैन कार्ड (यदि हो तो)
- लाभार्थी का आधार कार्ड।
- जन आधार कार्ड
- लाभार्थी का आधार कार्ड
- पैन कार्ड (यदि हो तो)
- जन आधार कार्ड
- लाभार्थी का आधार कार्ड
- पैन कार्ड (यदि हो तो)
अगर लाभार्थी छात्रा की आयु 18 वर्ष से कम है तो ईकवाईसी सिम के लिए चिरंजीवी परिवार के मुखिया के नाम पर होगी तथा मोबाइल फोन भी चिरंजीवी परिवार की मुखिया के नाम पर होगा। इसके लिए चिरंजीवी परिवार के मुखिया को ईकवाईसी सिम के लिए आधार एवं मोबाइल फोन के लिए जनाधार लाना होगा।
मुख्यमंत्री फ्री मोबाइल योजना के लाभ
राजस्थान मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना 2023 के तहत निम्न लाभ दिए जाएंगे।
- इसमें चिरंजीवी परिवारों की 1.35 करोड़ महिला मुखिया को फ्री में स्मार्टफोन दिए जाएंगे।
- मोबाइल फोन के लिए कोई भी चार्ज नहीं देना होगा।
- इस योजना में टच स्क्रीन स्मार्टफोन जिसमें इंटरनेट, dual-sim, ब्लूटूथ, हॉटस्पोट, मेमोरी, वाईफाई इत्यादि सुविधाएं होंगी।
- इसमें राजस्थान की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी ऐप इंस्टॉल होंगे। जिनकी महिलाएं जानकारी ले सकेंगी और उनसे जुड़ सकेंगी।
- महिलाओं को करीब साडे ₹9000 की कीमत वाला और 32GB स्टोरेज क्षमता और साडे 5 इंच स्क्रीन वाला फोन दिया जाएगा।
- मोबाइल के साथ 3 साल तक हर महीने 5 जीबी डेटा, लोकल और एसटीडी कॉलिंग की सुविधा असीमित फ्री एवं मोबाइल सिम भी फ्री दी जाएगी।
- मोबाइल में राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं के ऐप इनबिल्ट होंगे। राजस्थान में वर्तमान में सरकार की 28 फ्लैगशिप योजनाएं हैं।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Specifications
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 के तहत मिलने वाले फोन में दी जाने वाली Specifications इस प्रकार से है
Browse Type | Smartphones |
SIM Type | Dual Sim |
Hybrid Sim Slot | No |
Touchscreen | Yes |
OTG Compatible | Yes |
Display Size | 5.5 Inch |
Operating System | Android 11 |
Processor Speed | 1.82 GHz |
Operating Frequency | 2G, 3G, 4G |
Internal Storage | 32 GB |
RAM | 3 GB |
Expandable Storage | 128 GB |
Supported Memory Card Type | MicroSD |
Camera Available | Yes |
Primary Camera | 13MP |
Secondary Camera | 5MP Front Camera |
Network Type | 4G, 3G, 2G |
Internet Connectivity | 4G, 3G, EDGE, GPRS, Wi-Fi |
Bluetooth Support | Yes |
Wi-Fi | Yes |
USB Connectivity | Yes |
SIM Size | Nano Sim |
Battery Capacity | 5000 MAh |
Mobile Price | RS 9000 to 9500 |
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 Check Name Status
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 का लाभ लेने के लिए आवेदक महिला चिरंजीवी परिवार की महिला मुखिया होनी चाहिए। इसे आप अपने घर बैठे भी चेक कर सकते हैं। कि महिला का नाम मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में है या नहीं है। चिरंजीवी योजना में नाम चेक करने की प्रोसेस नीचे दी गई है।
- सबसे पहले अभ्यर्थी को चिरंजीवी योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है।
- इसके बाद होम पेज पर “रजिस्ट्रेशन की स्थिति खोजें” का ऑप्शन दिखाई देगा।
- इसमें अपना जन आधार कार्ड नंबर लिखकर सर्च पर क्लिक करना है।
- यदि महिला का नाम चिरंजीवी योजना में है तो यहां एलिजिबिलिटी स्टेटस में नाम दिखाई देगा।
- यदि नाम दिखाई नहीं देता है, तो इसका मतलब इस योजना में नाम नहीं है।
Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 मोबाइल फोन वितरण
राजस्थान में चिरंजीवी कार्डधारी 1.35 करोड़ महिलाओं को 10 अगस्त 2023 से मोबाइल बांटना शुरू होंगे। Rajasthan Free Mobile Yojana 2023 प्रत्येक ग्राम पंचायत में कैंप लगाकर 10 अगस्त 2023 से फोन बांटे जाएंगे। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना शिविरों के लिए एक वेबसाइट तैयार की गई है। आमजन को कैंप स्थलों की जानकारी इसी के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगी। यह फोन सैमसंग, नोकिया और जिओ के होंगे जो 3 साल के डाटा बैकअप के साथ दिए जाएंगे। कैमरे में मोबाइल फोन लेने के लिए आधार और जनाधार लिया जाएगा। महिलाओं को मोबाइल फोन वितरण के साथ उसके इस्तेमाल करने के लिए डिजिटली साक्षर भी बनाए जाएंगे। महिला अभ्यर्थी इस फोन को बेच नहीं सकती हैं। सरकारी योजनाओं के लिए इसी से आवेदन एवं सिम बदला तो काम नहीं करेगा यह मोबाइल फोन। फोन की प्राइमरी सिम बॉक्स को बंद रखा जाएगा। सेकेंडरी सिम में वही सिम काम करेगी जो एक्टिवेट करके दी जाएगी।
Monday, July 31, 2023
अब ट्रेन की तरह पता लगा सकेंगे यूपी रोडवेज बस की लोकेशन, 6000 बसों को जल्द किया जाएगा हाईटेक
अब ट्रेन की तरह पता लगा सकेंगे यूपी रोडवेज बस की लोकेशन, 6000 बसों को जल्द किया जाएगा हाईटेक
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है. कंपनी नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) एप की तर्ज पर एक एप भी डेवलप करेगी जिससे यात्री अपने मोबिल एम्ब डाउनलोड कर यात्री बसों की लोकेशन जान सकेंगे. इसके अलावा परिवहन मुख्यालय पर कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां से बसों की ट्रैकिंग की जाएगी.
हाइलाइट्स
रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी
इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसों में भी अब ट्रेनों की तरह लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने जापान की कंपनी एनईसी को जिम्मा सौंपा है. कंपनी नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) एप की तर्ज पर एक एप भी डेवलप करेगी जिससे यात्री अपने मोबिल एम्ब डाउनलोड कर यात्री बसों की लोकेशन जान सकेंगे. इसके अलावा परिवहन मुख्यालय पर कमांड सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां से बसों की ट्रैकिंग की जाएगी.
रोडवायस बसों को हाईटेक बनाने की प्रक्रिया निर्भया योजना के तहत की जा रही है. जल्द ही 6000 बसों में व्हीकल लोकेशन डिवाइस के साथ ही पैनिक बटन भी लगाया जाएगा. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि बसों में लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगने की वजह से हादसों को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी. प्रत्येक बस में कुल 10 पैनिक बटन लगाए जाएंगे. पैनिक बटन दबते ही इसकी जानकारी कमांड सेंटर और नजदीकी पुलिस स्टेशन को लग जाएगी, जिससे तुरंत सहायता मुहैया करवाई जा सकेगी.
परिवहन मंत्री ने बताया कि वहीं, निर्भया योजना के तहत रोडवेज के 100 मुख्य बस स्टेशनों पर एलईडी डिस्प्ले पैनल और अनाउंसमेंट सिस्टम भी लगाए जाएंगे. आने-जाने वाली बसों की जानकारी डिस्प्ले स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाएंगी. उन्होंने बताया कि 20 क्षेत्रों में रीजनल मॉनिटरिंग सिस्टम की भी व्यवस्था होगी, जिससे बसों की निगरानी की जाएगी. उन्होंने बताया कि इससे जहां बस सेवा हाईटेक होगी तो वहीं सुरक्षा के दृष्टि से भी काफी अहम साबित होगी.